कहते हैं कि प्यार कभी भी, कहीं भी और किसी से भी हो सकता है। मैं अपनी एक कहानी शेयर करना चाहता हूँ, जो एक छोटी-सी मुलाक़ात से शुरू हुई और सच्चे प्यार में बदल गई।
एक दिन मैं एक रेस्टोरेंट में था और मुझे रेड बुल चाहिए थी। मैंने स्टाफ से पूछा, “Excuse me Ma’am, Red Bull कहाँ मिलेगा?” वह लड़की मुस्कुराई और बड़े प्यार से बताया, “सर, आपके लेफ्ट साइड में मिलेगा।” उसकी मुस्कान बहुत प्यारी थी। मैं अपना सामान लेकर काउंटर पर गया और उसने मेरे ऑर्डर के साथ एक छोटी-सी चॉकलेट भी दी। उस छोटी सी मिठास ने मेरा दिल छू लिया।
कुछ देर बाद वही लड़की मेरे पास वापस आई और कहा, “सर, आप अपना वॉलेट स्टोर पर भूल गए थे।” उसकी ईमानदारी देखकर मैं बहुत प्रभावित हुआ। मैंने उसे थैंक यू कहा और मजाक में पूछा, “अगर मैं कहूँ कि मैं आपको कॉफी पर ले जाना चाहता हूँ, तो?” थोड़ी हिचकिचाहट के बाद उसने मुस्कुराकर हाँ कर दी।
हमारी मुलाकातों का सिलसिला शुरू हुआ। धीरे-धीरे दोस्ती गहरी होती गई। एक दिन मैंने उसे अपने दोस्त के बर्थडे पार्टी में बुलाया। पार्टी में कुछ लड़कियों ने उसका मजाक उड़ाया — उसके कपड़े, औकात और बैकग्राउंड को लेकर। सना चुप रही, कुछ नहीं बोली, लेकिन उसकी आँखों में आंसू थे। वह पार्टी छोड़कर चली गई। मैंने भी वहाँ से दूरी बना ली क्योंकि जहाँ इज्जत नहीं होती, वहाँ रहना सही नहीं होता।
उसके बाद सना गायब हो गई। न कॉल, न मैसेज। मैं उसे ढूंढता रहा, लेकिन वह कहीं नहीं मिली। फिर एक दिन अचानक हम मिले। वह टूटी हुई थी, खुद को मेरे लायक नहीं समझती थी। मैंने उसका हाथ पकड़ा और कहा, “मेरे लिए तुम ही सब कुछ हो।”
प्यार में औकात, पैसा या शोहरत मायने नहीं रखती। प्यार सिर्फ दिल से होता है। आज जब लोग प्यार को एक दिखावा समझते हैं, वहाँ सना जैसी सच्चाई बहुत कम मिलती है। इस कहानी से मुझे यकीन हो गया कि सच्चा प्यार आज भी जिंदा है, बस उसे पहचानने के लिए सच्चे दिल की ज़रूरत होती है।