
सुबह की हल्की धूप कमरे के अंदर झाँक रही थी। खिड़की के शीशे पर पड़ती धूप, और कमरे में फैलती चुप्पी के बीच दोनों के दिलों में एक अजीब सी खामोशी थी। रात...

सुबह की हल्की धूप कमरे के अंदर झाँक रही थी। खिड़की के शीशे पर पड़ती धूप, और कमरे में फैलती चुप्पी के बीच दोनों के दिलों में एक अजीब सी खामोशी थी। रात...

रात के साए में दिल की बातें – एक इमोशनल रोमांटिक कहानी | Story Shayari बारिश अब भी थमी नहीं थी। होटल के उस छोटे से कमरे में, जहां एक बल्ब टिमटिमा रहा...

बारिश की बूँदें खिड़की के शीशे पर टपकती जा रही थीं। ट्रेन धीमी रफ्तार से पटरियों पर सरसराते हुए चल रही थी। बाहर सब धुंधला सा दिख रहा था — जैसे किसी पुराने...